भारत और भारतीयता पर आंच एक संस्मरण
रामनवमी के दिन कल जो देश में हुआ वो शर्मनाक है, क्या हम भारत व भारतीयता दोनों भूल चुके हैं या जो भी हो रहा है सबके पीछे एक साजिश है ? अपने ही देश में तीज- त्यौहार हम नहीं मना सकते l क्या आपसी सौहार्द से इस समस्या का हल नहीं हो सकता ????
राम के देश में ही हम रामनवमी नहीं मना सकते ???? आखिर देश के सबसे बड़े विश्वविद्यालय में पूजा के बीच में मांस हॉस्टल में नहीं परोसने पर एक सांप्रदायिक रूप ले लेता है जहाँ रॉड और डंडो से तांडव करते हुए मारपीट होती है जहाँ लड़कियों को भी नहीं छोड़ा जाता यही नहीं पश्चिमबंगाल में तो शोभा यात्रा में रामभक्तों पर पथराव तथा पेट्रोल बम से हमला किया जाता है ममता जी को अब कैसे समझाये इन्होने तो बंगाल को मिनी पाकिस्तान बना दिया है l देश के दूसरे राज्यों में भी जैसे गुजरात, झारखण्ड, उत्तरप्रदेश, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में शोभा यात्रा / जुलुस पर पत्थरबाज़ी होना क्या दर्शाता है, हम अपनी संस्कृति भूल चुके हैं ????? ये लेफ्टविंग व राइटविंग कहाँ से आया, क्या इनमे से कोई भारतीय नहीं है, क्या ये भारतीय संस्कृति को तार तार करना चाहते हैं ??? विचारों की लड़ाई क्या अब मारपीट ने ले लिया है ये विचारणीय है l इस पर न्यायपालिका व कार्यपालिका दोनों को गहन विचार करना चाहिए और किसी नतीजे पर पहुंच कर दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए l
🙏🙏SoLoMoN🙏🙏
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